Affiliate प्रोग्राम को बहुत से कंपनियां अपनाती है। क्योंकि इससे कंपनी के प्रोडक्ट में सेल की बढ़तरी होती है। इसके अलावा प्रमोट करने वाले यूजर को कमिशन प्राप्त होता है। इसलिए कंपनी और प्रमोटर इसमें ध्यान देते है। ताकि दोनों का Revenue अधिक से अधिक हो सके। Amazon कंपनी भी Affiliate प्रोग्राम को प्रस्तुत करता है। जिसे ज्वाइन कर यूजर एफिलिएट से पैसा कमा सकते है। चूँकि, अमेज़न में बहुत अधिक संख्या में प्रोडक्ट उपलब्ध है।
Overview of Amazon Affiliate Program 2023
Topic | Amazon-Affiliate |
Company | Amazon Inc. |
Eligibility | Any Individual |
Required | Active Account |
Official website | affiliate-program.amazon.in |
What is Amazon Affiliate Program?
अमेज़न Affiliate प्रोग्राम Refer पर आधारित है। जिसमें यूजर को अमेज़न पर उपलब्ध प्रोडक्ट को अन्य लोगों को Refer करना होगा। जिससे अमेज़न कंपनी का सेल अधिक होगी और Refer किये गए प्रोडक्ट के आधार पर उसे कमीशन मिलता है। लेकिन अमेज़न एफिलिएट प्रोग्राम को ज्वाइन करने के लिए पहले अपना अकाउंट बनाना होगा। जिसे ऑनलाइन माध्यम कुछ आसान स्टेप से पूरा कर सकते है।
Commission on Amazon Affiliate Program
Category | Commission |
Luxury beauty, Amazon Explore | 10% |
Toys, Furniture,Home improvement,Pets,Headphones,Beauty,musical instruments,sports,baby products, | 3% |
PC,DVD & Blu-Ray | 2.5% |
Television,Digital video games | 2% |
Amazon fresh,Physical video games,Grocery | 1% |
Other Categories | 4% |
इसे कैसे कर सकते है?
इसके लिए पहले अमेज़न के एफिलिएट प्रोग्राम के Sign Up पेज में जा कर रजिस्ट्रेशन कर लेना है। जहां पर वेबसाइट या ऐप के URL को सबमिट करना है तथा उससे सबंधित विवरण भी दर्ज करे। जब अकाउंट बनाने की सभी प्रक्रिया पूरा हो जाने पर इससे एक Affiliate Link Generate होता है। जिसे कॉपी कर अपनी साइट या ऐप पर Insert करना होगा। जब इस लिंक से कोई यूजर अमेज़न पर कोई भी प्रोडक्ट को Buy करेगा तो Affiliate Link Provider को इसके बदले कुछ कमीशन प्राप्त होगा।
Frequency Asked Questions (FAQs):
ज्वाइन तो कर सकता है परन्तु इसके लिए यूजर को Amazon एफिलिएट के योग्यता सबंधित शर्ते को पूरा करना होगा।
नहीं, यदि यूजर के एफिलिएट लिंक से कोई महीनों तक कुछ भी सेल न आने के स्थिति में Account को Deactivate कर दिया जाता है।
यूजर को साइट में लॉगिन कर डैशबोर्ड में रिपोर्ट सेक्शन से देखा जा सकता है।