विभिन्न प्रकार के कार्य में हमें E Stamping Form की आवश्यकता होती है। उदाहरण के लिए जैसे- भूमि के लेन-देन,क़ानूनी केस मामले,प्रॉपर्टी सबंधित कार्य आदि में। भारत के अलग-अलग राज्यों के लिए फॉर्म भी भिन्न टाइप का होता है। इसलिए आवेदक को अपने राज्य के अनुसार सही ई स्टाम्प आवेदन फॉर्म को भर के सबमिट करना चाहिए।
हमनें इस पोस्ट के माध्यम से कोई राज्यों का E Stamping Application Form का PDF फॉर्मेट में डाउनलोड लिंक उपलब्ध कराया है। जिसका उपयोग बिलकुल मुफ़्त में डाउनलोड करके कर सकते है।
Application | E-Stamping Form |
State | All States (available) |
Form Format | |
Size | As per file |
ई-स्टाम्प फॉर्म एवं आवश्यकता
स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरशन ऑफ़ इंडिया ने विभिन्न राज्यों के लिए E-स्टाम्प आवेदन Form को जारी कर दिया है। ताकि सभी उपयोगकर्त्ता को इसका लाभ मिल सके।
भारत के सभी राज्यों के लोगों को ई-स्टाम्प पेपर की कभी न कभी जरूरत होती है। क्योंकि इसकी आवश्यकता अलग-अलग मामले में पड़ती है। जब कोई व्यक्ति ज़मीन खरीद-विक्री करता हो तो भी स्टाम्प पेपर शुल्क जमा करनी होती है। इसके अलावा स्टाम्प पेपर की जरूरत जैसे- क़ानूनी लड़ाई-झगड़े,केस-मामले आदि में भी आवश्यक है।
E Stamping Form Download
सभी राज्यों का ई-स्टाम्प आवेदन फॉर्म को पीडीएफ में उपलब्ध है। आवेदनकर्ता अपने स्टेट के आधार पर उपयुक्त एप्लीकेशन फॉर्म को डाउनलोड कर उपयोग करे।
How To (Short Q&A)
Q. कैसे अन्य राज्यों का फॉर्म को डाउनलोड करे?
इसके लिए ऊपर डाउनलोड का लिंक उपलब्ध किया गया है। जिसमें स्टेट चयन कर अपने राज्य का डाउनलोड कर सकते है।
Q. ई-स्टाम्प सबंधित आवेदन स्थिति कैसे जानें?
यूजर द्वारा ऑनलाइन या ऑफलाइन एप्लीकेशन सबमिट किया है। उसी आधार पर चेक किया जा सकता है।
आवेदन फॉर्म कैसे भरे?
इच्छुक आवेदनकर्त्ता को सबसे पहले अपने स्टेट के अनुसार Available फॉर्म को डाउनलोड करना होगा। इसके बाद फॉर्म को प्रिंट आउट निकालना है। यूजर को आवेदन फॉर्म दिए गए विकल्प को Applicant के अनुसार सही-सही भरना होगा। इसके अतिरिक्त आवश्यक अन्य दस्तावेज़ को शामिल को फाइनल सबमिट करना है।
FAQs: E Stamping Application Form 2024
नहीं, क्योंकि राज्य के आधार पर फॉर्म को जारी किया है। ताकि उसका उसी राज्य के कैंडिडेट ही अप्लाई कर सके।
स्टाम्प पेपर शुल्क सामान्यतः कम से कम 10 रु० से लेकर अधिकतम 25000 रु० तक का होता है।
दो प्रकार जिसमें न्यायिक (Judicial) तथा गैर-न्यायिक (Non-Judicial) शामिल है।