Vanshavali Form: वंशावली फॉर्म की आवश्यकता आज भी बहुत से कार्यों में होती है। अगर आपको भी इसकी जरूरत हो रही है तो हमनें फॉर्म को उपलब्ध कराया है। जिसे डाउनलोड कर इसका उपयोग अपने कार्य में कर सकते है। डाउनलोड कर लेने के पश्चात वंशावली को अपने वंश के आधार पर दर्शाना होगा। जो आवेदक के वंशज के अनुसार नाम तथा आवेदक के साथ रिश्ता को लिखना है।
Overview of Vanshavali Form PDF 2023
Form Name | Vanshavali |
Application Type | Offline and online |
Form Format | |
Size | 113 kb |
Category | Land Records |
वंशावली फॉर्म क्या होता है?
वंशावली अर्थात अपने वंश के आधार पर परिवार समान्यतः पुत्र एवं भाई को दर्शाना। इसमें जिनके नाम से जमींन रजिस्टर्ड है उसके सभी पुत्र को दिखाया जाता है। ताकि इसके वंशक कौन है और भूमि पर किसका-किसका अधिकार है। इससे जमींन का वर्तमान मालिक का नाम एवं जमींदार का नाम भी दर्शाया जाता है।
Vanshavali Form Download
वंशावली फॉर्म को हमनें पीडीएफ फॉर्मेट में उपलब्ध कराया है। इच्छुक आवेदक फॉर्म को डाउनलोड कर प्रिंट आउट करके अपने आवेदन कार्य में Use कर पाएंगे।
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वंशावली कैसे बनायें?
वंशावली बनना बहुत ही आसान है इसके लिए पहले जमींन के रसीद या खतियान को ध्यान से देखें की किसके नाम पर ज़मीन रजिस्टर्ड है। चाहे आपके दादा जी हो,परदादा जी या पापा जिनके नाम से दर्ज है। अब आपको आवेदक के वंश को जैसे- दादा जी=>पापा=>पुत्र इस तरह से वंश को दर्शाना है।
नोट: आवेदक के पिता का भाइयों का नाम सिर्फ दर्शाये। उनके पुत्रों का नहीं।
वंशावली फॉर्म की आवश्यकता क्यों?
यह सवाल शायद बहुत से यूजर के मन में आता होगा की आखिर इसकी जरूरत ही क्यों होती है। आपको हम बता दें की सरकार द्वारा मिलने वाली योजनाओं में कुछ-कुछ योजनाओं में आवेदक को भू-विवरण को दर्शाना होता है। जिसमें किसी ज़मीन का खाता संख्या,प्लॉट नंबर,जमींदार का नाम,रकवा आदि विवरण। But, अगर आवेदक का नाम जमींन के दस्तावेज़ में मौजूद नहीं है तो उसे वंशावली करके दिखाना होता है की मैं भी ज़मीन के मालिक का वंश हूँ। जिसके वजह में मुझे भी उस भूखंड का हिस्सेदार हूँ।
FAQs: Vanshavali Form PDF 2023
रंगीन में प्रिंट करना आवश्यकता नहीं है ब्लैक इन व्हाट में प्रिंट आउट निकालें।
चूंकिं मुखिया या ग्राम प्रधान हमेशा आवेदक के पंचायत का होता है जो बेहतर तरीके से जनता है की आवेदक का वंशवाली वास्तव में सही है। इसके अलावा पंचायत का मुखिया भी होने के कारण सत्यापन करना होता है।
नहीं, आवश्यकता उन्हीं आवेदन फॉर्म में होती है जिसमें ज़मीन का विवरण दर्शाना होता है तथा आवेदक के नाम से ज़मीन नहीं हो परन्तु उसके वंश का हो।
ऐसे यूजर को अपने घर के बुजुर्ग या उम्र से बड़े लोगों से पूछना होगा। जिसे वंशज पीढ़ी ज्ञात हो।
अगर आप अपने वंशज के नाम एवं रिश्ता जानते है तो खुद से दर्शाया जा सकता है। जिसे गांव के मुखिया को भी सत्यापन करना होगा।
यूजर को अपने अंगूठा (Thumb) का निशान लगाना होगा।