शायद आपको मालूम ही होगा की नवोदय विद्यालय में प्रवेश के लिए अभ्यार्थी को जाँच परीक्षा में सफल होना आवश्यक है। टेस्ट परीक्षा में सफल होने के लिए एग्जाम का सिलेबस,पैटर्न और सैंपल पेपर जानने बहुत जरुरी है। इसलिए हमनें Navodaya Previous Question Papers को उपलब्ध कराया है। ताकि इससे कैंडिडेट को एग्जाम की तैयारी करने आसान हो।
School | Navodaya Vidyalaya |
Beneficiary | Students preparing for JNV exam |
Selection | Merit list based |
State | Various states |
Official site (URL) | navodaya.gov.in |
Table of Contents
नवोदय विद्यालय पिछले वर्ष प्रश्न पत्र क्या होता है?
प्रत्येक साल विद्यालय समिति द्वारा परीक्षा का आयोजन किया जाता है। जिसमें सेकड़ो की संख्या में अभ्यर्थी अपना किस्मत आजमाते है। ताकि प्रवेश मिलने पर विद्यालय से अच्छी शिक्षा प्राप्त कर सके। सबंधित विभाग द्वारा परीक्षा लेने के पश्चात रिजल्ट की घोषणा की जाती है। इसके अलावा उस सत्र के प्रश्न पत्र को भी जारी किया जाता है। ताकि अगले सत्र (Session) में आने वाले विद्यार्थियों को एग्जाम की तैयारी करने में मदद मिल सके।
आप या आपके सगे-सबंधी में कोई नवोदय विद्यालय का परीक्षा तैयारी कर रहा हो। ऐसे Candidate के लिए Previous Questions काफी मददगार होता है। इसलिए हमनें Navodaya Previous Question Papers को PDF में उपलब्ध कराया है।
Previous Question Papers | Download |
इसकी आवश्यकता आख़िर क्यों?
सभी प्रकार के प्रतियोगिता परीक्षा में अभ्यर्थी को काफी मेहनत करनी पड़ती है। चाहे वह नवोदय परीक्षा हो या अन्य एग्जाम। So, अगर अभ्यार्थी को यह मालूम हो की किस प्रकार के प्रश्न पूछा जाता है तो उसे एग्जाम की तैयारी करने में बहुत अधिक लाभ मिलता है। जिससे परीक्षा में सफल होने की अधिक सम्भावना होती है। नवोदय विद्यालय की ओर से भी Previous Year का Question Booklet को सार्वजानिक तौर पर जारी कर दिया है। जो सामन्यतः एक सैंपल प्रश्न-पत्र होता है।
हाँ, विभिन्न राज्यों में आरक्षण का लाभ सबंधित वर्ग के कैंडिडेट्स को मिलता है।
समान्यत: सीटों की संख्या 100 तक होती है। जिसमें चयनित विद्यार्थियों का एडमिशन लिया जाता है।
हाँ, क्योंकि यह एक सरकारी विद्यालय है,जिसका खर्च गवर्नमेंट ही उठाती है।
नवोदय एक उत्तम शिक्षा प्रदान करने वाला विद्यालय है। इसलिए हमारे विचार से बच्चों के अभिभावकों को अधिक नहीं सोचा चाहिए।
नहीं, क्योंकि परीक्षा का आयोजन में प्रत्येक वर्ष एक नये सत्र (Session) वाले विद्यार्थियों को मौका दिया जाता है।